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साइबर सेल की सक्रियता ने दिलाये आर्थिक ठगी के शिकार हुए व्यक्ति के रुपये वापस,

ग्राम उनियाणा, ऊखीमठ निवासी युवक अजीत सिंह पंवार ने साइबर सेल पुलिस कार्यालय रुद्रप्रयाग में शिकायत दर्ज करायी गयी कि, उसके द्वारा माह अगस्त 2021 के शुरूआत में इण्डियामार्ट वेबसाइट (ऑनलाइन खरीददारी) से सम्बन्धित साइट पर जाकर एक मैनुफैक्चर कम्पनी गुरूनानक इण्डस्ट्रीज यमुनानगर हरियाणा, से आनलाइन सम्पर्क हुआ। जिस पर पिको व सिलाई की इंटरलॉक मशीन का आनलाइन ऑर्डर किया गया। ऑर्डर से सम्बन्धित कुल 14240 रुपये सम्बन्धित कम्पनी द्वारा उपलब्ध कराये गये खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर किये गये। निर्धारित समयावधि यानि 3 सप्ताह तक भी सामान दिये गये पते पर नहीं पहुंचा। इस सम्बन्ध में कम्पनी से निरन्तर सम्पर्क बनाये रखा गया कि, या तो सामान उपलब्ध करा दो या फिर पैसे ही वापस कर दो, कम्पनी द्वारा कोई रिस्पान्स नहीं दिया गया। जिस पर वापस शिकायत इण्डियामार्ट साइट को की गयी, जिनके द्वारा उनसे जुड़ी इस कम्पनी को डिसेबल कर दिया गया परन्तु फिर भी धनराशि वापस नहीं हुई। बकायदा कम्पनी गुरूनानक इण्डस्ट्रीज द्वारा शिकायतकर्ता के व्हट्सएप एवं कॉल दोनों ही माध्यम से इनको ब्लॉक कर दिया गया। अब कहीं से मदद न मिल पाने पर इनके द्वारा साइबर सैल पुलिस कार्यालय रुद्रप्रयाग को शिकायत की गयी, जिस पर आवेदक द्वारा दिये गये विवरण के आधार पर साइबर सैल द्वारा आवश्यक कार्यवाही करते हुए जिस खाते में आवेदक द्वारा पैसे भेजे गये थे, उसे सम्बन्धित बैंक के माध्यम से डेबिट फ्रीज करा दिया गया। जिस पर सम्बन्धित कम्पनी का स्वयं का खाता डेबिट फ्रीज हो जाने पर उनके द्वारा आवेदक से सम्पर्क स्थापित किया गया तथा आवेदक को दिनांक 22 सितम्बर 2021 को 4000 रुपये तथा दिनांक 23 सितम्बर 2021 को 10240 रुपये ऑनलाइन वापस ट्रांसफर कर दिये गये हैं। साइबर सेल के स्तर से इण्डियामार्ट साइट प्रबन्धन से इस सम्बन्ध में आवश्यक जानकारी ली गयी तो उनके द्वारा बताया गया इस कम्पनी द्वारा नियमों का उल्लंघन करते हुए सीधे ही ग्राहक से सम्पर्क स्थापित कर पैसे ट्रान्सफर किये जाने सम्बन्धी विवरण ग्राहक को दे दिये गये थे, जो कि, उनकी वेबाइसाइट की शर्तों का भी उल्लंघन है। साइबर सेल के स्तर से सम्बन्धित कम्पनी से पूछताछ करने पर उनके द्वारा भी यह बताया गया कि, उनके स्तर से सामान डिलीवर करने में कुछ देर हो गयी थी, तथा उनके द्वारा इनका सामान भी डिलीवर कर दिया गया है, परन्तु अब शिकायतकर्ता सामान को रिसीव करने से इनकार कर रहे हैं। कम्पनी प्रबन्धन को इस बारे में पूछा गया कि, आपके स्तर से यदि ग्राहक को सामान पहुंचाये जाने में देर हो रही थी तो क्यों आपके द्वारा इनके पैसे वापस भेजे जाने के बजाय इनको ब्लॉक कर दिया तो इस पर कम्पनी द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। अपनी धनराशि वापस प्राप्त होने पर शिकायतकर्ता इस प्रकरण को आगे नहीं बढ़ाना चाह रहे हैं तथा उनके द्वारा जनपद रुद्रप्रयाग साइबर सैल का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कम्पनी के खाते को अनफ्रीज करने का अनुरोध किया गया है, जिस सम्बन्ध में पुलिस के स्तर से आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस वर्ष अब तक साइबर सेल पुलिस कार्यालय रुद्रप्रयाग टीम द्वारा कुल 1984082/- (उन्नीस लाख चौरासी हजार बयासी हजार रुपए) की धनराशि आर्थिक ठगी के शिकार हुए लोगों को वापस कराई गई है। साइबर सुरक्षा टिप किसी भी प्रकार के ऑनलाइन खरीददारी इत्यादि को विश्वसनीय वेबसाइट से करें, तथा यह हमेशा यह प्रयास करें कि, कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प रहे, ताकि किसी भी प्रकार की वित्तीय धोखाधड़ी से बचे रहे।

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