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पितृपक्ष में विधि एवं शांति व्यवस्था को लेकर डीएम व एसएसपी ने की अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति

गया। जिला में पितृपक्ष के अवसर पर श्रद्धालुओं/पिंडदानियों के आगमन को देखते हुए मूलभूत सुविधा एवं विधि व्यवस्था तथा शांति व्यवस्था संधारण हेतु जिला पदाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह तथा वरीय पुलिस अधीक्षक, गया श्री आदित्य कुमार द्वारा संयुक्त रुप से आदेश निर्गत किया गया है। काफी बड़ी संख्या में दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है ताकि विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था को अच्छी तरह संधारित किया जा सके।

पितृपक्ष के अवसर पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की ब्रीफिंग में जिला पदाधिकारी ने कहा कि मोक्षधाम गया में पितृतर्पण हेतु श्रद्धालुओं/पिंडदानियों का आना प्रारम्भ हो गया है।

उन्होंने बताया कि सरकार तथा ज़िला प्रशासन द्वारा राजकीय मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है, परंतु आने वाले पिंडदानियों की सुविधा हेतु पेयजल की व्यवस्था, शौचालय, सफाई व्यवस्था, रौशनी की व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था आवश्यक रूप से किये जा रहे हैं। साथ ही परिवहन व्यवस्था को संधारित करने हेतु यातायात प्लान तैयार किया गया है ताकि लोगों को परेशानी न हो।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि लोग विभिन्न वेदियों/घाटों पर पितृतर्पण हेतु आते हैं, जिससे इन वेदियों यथा देवघाट, बैतरणी तालाब, सूर्यकुंड तालाब, सीताकुंड, प्रेतशिला, ब्रह्मसरोवर, रामशिला, अक्षयवट, पितामहेश्वर, उत्तरमानस सहित अन्य वेदी पर भीड़ बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने बताया की देवघाट पर नियंत्रण कक्ष एवं मेडिकल टीम की व्यवस्था की गई है। इस बार कोविड 19 संक्रमण के कारण पंडा समाज को निर्देश दिया गया है कि वे निजी घरों में श्रद्धालुओं एवं पिंडदानियों को नहीं ठहराएंगे क्योंकि संवास सदन समिति द्वारा पंडा को लाइसेंस नहीं किए गए हैं। जिला पदाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन आवश्यक है।

लोग मास्क लगाकर ही पितृतर्पण करेंगे। पंडा समाज को निर्देश दिया गया है कि वे इसे सुनिश्चित करायेंगे। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि देवघाट पर ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था तथा मेडिकल टीम की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि वृद्ध व्यक्ति को विशेष रूप से गाइड करने की आवश्यकता होगी।

देवघाट जाने वाली सीढ़ी तथा सकरी गली में सावधानी बरतनेकी आवश्यकता है। अगर कोई व्यक्ति अपने परिजन से बिछड़ जाए तो देवघाट तथा संवास सदन समिति में स्थापित नियंत्रण कक्ष एवं ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से सूचना प्रसारित होगी।

जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया की महत्वपूर्ण वेदी, देवघाट, मंदिरों सहित सड़कों/नालियों की सफाई की विशेष व्यवस्था कराना सुनिश्चित करेंगे। सूर्यकुंड तालाब में गहराई अधिक होने के कारण सावधानी बरतना आवश्यक है। सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि इस अवसर पर 6 स्थानों पर मेडिकल टीम की व्यवस्था की गई है, जिसमें चिकित्सक, जीवनरक्षक दवा, एम्बुलेंस सहित पैरामेडिकल स्टाफ, मेडिकल टीम के साथ रहेंगे।

जिला पदाधिकारी ने प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सुबह में पिंडदानियों की भीड़ अधिक होती है। अतः दंडाधिकारी/ पुलिस पदाधिकारी तथा पुलिस बल अपने स्थान पर बने रहे तथा भीड़ को नियंत्रण करने की व्यवस्था करें।

उन्होंने प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पिंडदानियों की भीड़ में अफवाह फैलाने वाले तत्व, असामाजिक तत्व, पॉकेटमार, बच्चा चोर इत्यादि हो सकते हैं, ऐसे संदिग्ध व्यक्ति पकड़ मे आने पर त्वरित कार्रवाई की जाए।

उन्होंने जोनल दंडाधिकारी तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिया कि वे सुनिश्चित करेंगे कि प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारी अपने स्थान पर बने हुए हैं। अगर किसी पिंडदानियों/श्रद्धालुओं को कोई समस्या/परेशानी हो तो, वे नियंत्रण कक्ष को सूचित करेंगे। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं एवं पिंडदानियों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाना आवश्यक है ताकि बिहार तथा गया जिला की सकारात्मक छवि बने। ब्रीफिंग में वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि इस वर्ष मंदिर खुल जाने के कारण गया ज़िले में पितृतर्पण हेतु श्रद्धालुओं/पिंडदानियों का गया आना प्रारंभ हो गया है। भीड़ बढ़ने से असामाजिक तत्वों की भी सक्रियता होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। पिंडदानियों की सुविधा एवं स्वागत की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। साथ ही विधि व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है ताकि बाहर से आने वाले पिंडदानियों को कोई परेशानी न हो और वे बिहार तथा गया के बारे में सकारात्मक छवि लेकर जाए।

उन्होंने जोर देकर कहा कि पितृपक्ष में फ्रेंडली पुलिसिंग के रूप में अपनी ड्यूटी करे। ड्यूटी के साथ साथ श्रद्धालुओं की समस्याओं को भी यथासंभव दूर करने का प्रयास करे। *पितृपक्ष दिनांक-20 से प्रारंभ होकर 6 अक्टूबर 2021 को सम्पन्न होगा। इस अवसर पर शांति व्यवस्था एवं विधि व्यवस्था हेतु 126 स्थानों को चिंहित करे हुई दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों तथा पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही यातायात व्यवस्था को सुगमतापूर्वक संचालन हेतु गश्ती दल के रूप में दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारी तथा पुलिस बल की भी प्रतिनियुक्ति की गई है।*

पितृपक्ष के अवसर पर दिनांक 20 सिंतबर से 06 अक्टूबर, 2021 तक जिला नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे कार्यरत रहेंगे। *जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या-0631-2222253 तथा पीआईआर का दूरभाष संख्या-2220207 है।* जिला नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभारी में श्री अमित राजन, वरीय उप समाहर्ता रहेंगे। साथ ही संवास सदन समिति कार्यालय, विष्णुपद मंदिर परिसर, देवघाट तथा अक्षयवट में भी मिनी नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जहां प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी की प्रतिनियुक्ति 03 पालियों में की गई है।


ब्रीफिंग में नगर आयुक्त, नगर पुलिस अधीक्षक, सहायक समाहर्त्ता, अपर समाहर्ता, जिला भूअर्जन पदाधिकारी, निदेशक डीआरडीए, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, सदर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर, विशेष कार्य पदाधिकारी, नजारत उप समाहर्त्ता सहित प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।

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