हरियाणा विधानसभा सत्र में पत्रकारों को सदन में नहीं जाने देने पर विपक्ष ने सरकार की तीव्र निन्दा की
चण्डीगढ। हरियाणा विधानसभा सत्र में पत्रकारों को सदन में नहीं जाने देने पर विपक्ष ने सरकार की तीव्र निन्दा की। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुडा ने कहा कि विधानसभा और उसके परिसर में पत्रकारों की एंट्री बैन करना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार मीडिया से क्या छिपा रही या सिर्फ सरकारी कैमरे से जनता को सदन की कार्यवाही दिखाना चाहती है? क्या यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के अधिकारों पर कुठाराघात नही है? पत्रकारों पर बैन का फैसला तुरन्त वापस लिया जाए। कुमारी शैलजा ने कहा कि हरियाणा विधानसभा सत्र के दौरान पत्रकारों को सदन में नहीं जाने देना हमारे लोकतंत्र पर सीधा हमला है। भाजपा सरकार द्वारा मीडिया पर प्रतिबंध लगाना उसकी तानाशाही सोच का परिचायक है। सरकार तुरंत अपने इस तानाशाही फैसले को वापस ले। अभय चौटाला ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। हरियाणा सरकार द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान पत्रकारों को विधानसभा सदन में नहीं जाने देना मीडिया के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। आखिर सरकार ने किस अधिकार के तहत पत्रकारों को विधानसभा सदन में जाने पर रोक लगाई है। सरकार अपने बेतुके फैसले को शीघ्र वापस ले।