
जलगाँव लोकसभा क्षेत्र के 34 आदिवासी बहुल गाँवों को “धरती आंबा जनजातीय ग्राम उत्थान अभियान” में शामिल करने की माँग
जलगाँव लोकसभा क्षेत्र के 34 ऐसे गाँव, जहाँ 50% से अधिक आदिवासी जनसंख्या है, उन्हें केंद्र सरकार की “धरती आंबा जनजातीय ग्राम उत्थान अभियान” योजना में तुरंत शामिल किया जाए—ऐसी जोरदार माँग सांसद स्मिता वाघ ने संसद में की है।
ये गाँव अमळनेर, भडगाव, पाचोरा, चाळीसगाव, धरणगाव, एरंडोल, पारोळा और जलगाँव तालुकों में स्थित हैं।
सांसद वाघ ने बताया कि इन गाँवों में अब तक इस योजना का लाभ नहीं मिला है, जिसके कारण यहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, पीने का पानी, सड़कें, डिजिटल सुविधाएँ और रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है।
उन्होंने कहा कि इन गाँवों का विकास योजनाओं से लंबे समय से दूर रहा है। अगर इन्हें “धरती आंबा अभियान” में शामिल किया गया, तो आदिवासी समाज मुख्यधारा से जुड़ेगा और जीवन स्तर में बड़ा सुधार होगा।
इसके बिना, क्षेत्र में असमानता और बढ़ेगी और विकास भी रुक जाएगा।
सांसद स्मिता वाघ ने कहा कि आदिवासी समाज की मूल जरूरतों की उपेक्षा करना उनके भविष्य को खतरे में डालने जैसा है। इसलिए इन गाँवों को विकास का समान अधिकार मिलना ही चाहिए।
इस कदम से आदिवासी समुदाय के जीवन में बड़ा बदलाव आएगा और जलगाँव जिले का संतुलित व सर्वांगीण विकास तेज होगा।