बोधगया में पिंक बूथ पर विदेशी पर्यटकों ने जाना वोटिंग का तरीका
• पिंक बूथ पर महिलाओं की सक्रिय भूमिका की सराहना की• शांति और अनुशासन को बताया काबिले तारीफप्रशासनिक टीम के कार्यों को बताया सराहनीय बिहार विधानसभा चुनाव के तहत मंगलवार को मतदान के दौरान बोधगया पहुंचे विदेशी पर्यटकों के एक दल ने भारतीय लोकतंत्र की प्रक्रिया को नजदीक से देखा और समझा। फ्रांस की जेनामिताभ संस्था के अध्यक्ष टीबूट के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल में जैनलूक, शिल्वी और फेडरिक शामिल थे। पर्यटकों का दल बोधगया के प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या विद्यालय स्थित पिंक बूथ संख्या 37 पर पहुंचा। जहां उन्होंने मतदान की पूरी प्रक्रिया का अवलोकन किया। उन्होंने मतदाताओं की कतार, पहचान पत्र की जांच, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के संचालन और पोलिंग अधिकारियों की भूमिका को ध्यानपूर्वक देखा। टीबूट ने कहा कि भारत में मतदान व्यवस्था अत्यंत अनुशासित और शांतिपूर्ण है। उन्होंने बताया कि फ्रांस की चुनावी प्रणाली भारत से भिन्न है। लेकिन यहां मतदाताओं का उत्साह और प्रशासनिक टीम का समर्पण प्रेरणादायक है। टीम में शामिल शिल्वी ने कहा कि यहां मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को जिस तरह से सहयोग दिया जा रहा है, वह सराहनीय है। भारत की लोकतांत्रिक भागीदारी और जनता का उत्साह वाकई देखने लायक है। फ्रांसीसी पर्यटकों ने पिंक बूथ पर महिलाओं की सक्रिय भूमिका की भी सराहना की और कहा कि इस प्रकार की पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरक कदम है। पर्यटकों ने कहा कि बोधगया जैसे आध्यात्मिक स्थल पर लोकतंत्र का यह शांतिपूर्ण और व्यवस्थित स्वरूप भारत की परिपक्व लोकतांत्रिक सोच का परिचायक है। टीम के साथ समाजसेवी आनंद विक्रम व राजीव कमल मौजूद थे।