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मौलवी पक्ष को फंसाने के लिए मंदिरों पर लिखे आई लव मोहम्मद के नारे, कथावाचक समेत चार दबोचे

मौलवी पक्ष को फंसाने के लिए मंदिरों पर लिखे आई लव मोहम्मद के नारे, कथावाचक समेत चार दबोचे
अलीगढ़ के गांव बुलाकगढ़ी और भगवानपुर में छह दिन पहले मंदिरों की दीवारों पर आई लव मोहम्मद के नारे लिखने के मामले में पुलिस ने गुरुवार को चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें एक कथावाचक शामिल है।
अलीगढ़ के गांव बुलाकगढ़ी और भगवानपुर में छह दिन पहले मंदिरों की दीवारों पर आई लव मोहम्मद के नारे लिखने के मामले में पुलिस ने गुरुवार को चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें एक कथावाचक शामिल है। पूर्व में आरोपियों का मौलवी पक्ष से विवाद हुआ था, जिसमें मुकदमे हुए। उसी मुकदमे में समझौते का दबाव बनाने व मौलवी पक्ष को फंसाने की रचते हुए आरोपियों ने यह कृत्य किया। इनके पास स्प्रे कैन भी बरामद हुआ है। एक आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश में टीमें लगी हुई हैं।
गांव बुलाकगढ़ी के तीन और भगवानपुर के दो मंदिरों में 24 अक्टूबर की रात को यह नारे लिखे गए थे। इसे लेकर करणी सेना, बजरंग दल और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था। मामले में करणी सेना के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठा. ज्ञानेंद्र सिंह चौहान की ओर से आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। गुरुवार को एसएसपी नीरज कुमार जादौन ने पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता में घटना का खुलासा किया। बताया कि एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक व सीओ गभाना संजीव कुमार तोमर के नेतृत्व में तीन टीमें गठित की गईं।

सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, जिसमें एक संदिग्ध बाइक दिखी। इसे चिह्नित करने के बाद गांव से कुछ लोगों का गायब होना सामने आया। इसके बाद पुलिस ने उन्हीं युवकों की सीडीआर व अन्य साक्ष्य खंगाले। साथ ही उन युवकों का पूर्व में नामजदों के साथ विवाद भी सामने आया, जिसके बाद कड़ी से कड़ी जुड़ती गईं। इससे ये स्पष्ट हो गया कि इन्हीं लोगों ने घटना की है। इस आधार पर टीम ने चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इनके नाम मुख्य साजिशकर्ता गांव बुलाकगढ़ी निवासी जीशांत के साथ गांव भगवानपुर निवासी आकाश, दिलीप, कथावाचक अभिषेक शास्त्री उर्फ स्वामी हैं। भगवानपुर निवासी राहुल फरार
पिछले माह मौलवी का जीशांत से हुआ था विवाद
मुकदमे में नामजद किए गए मुस्तकीम गांव भगवानपुर की मस्जिद में मौलवी हैं और अपने परिवार के साथ वहीं रहते हैं। वह अपने समुदाय के बच्चों को धार्मिक शिक्षा देने के साथ पास के गांव जिरौली डोर में भी कई परिवारों के बच्चों को पढ़ाते थे। 20 सितंबर की शाम को मुस्तकीम जिरौली डोर में बच्चों को पढ़ाने जा रहे थे। रास्ते में गांव बुलाकगढ़ी के कुछ बच्चों ने उनसे राम-राम कहा। आरोप था कि मौलवी ने बच्चों को गाली दी। उसके परिवार के जीशांत ने विरोध किया तो दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद विवाद बढ़ गया था। जीशांत ने मौलवी के सिर पर ईंट से प्रहार किया। वहीं मौलवी ने भी ईंट उठाकर पलटवार किया था। इस घटना में दोनों ओर से मुकदमे दर्ज हुए थे। दोनों में चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी है।
फरार आरोपी का भी चल रहा था विवाद
इसके अलावा जनवरी 2024 का भी एक विवाद सामने आया है। इसके अनुसार गांव भगवानपुर निवासी राहुल के चाचा ने एक मकान गांव के गुल मोहम्मद को बेचा था। इसके बाद वे बाहर चले गए। लेकिन, राहुल मकान में अपना हिस्सा बताकर गुल मोहम्मद से विवाद करते थे। इसे लेकर दोनों पक्षों में जनवरी 2024 में पथराव व मारपीट हुई थी। इसमें पुलिस की ओर से दोनों मुकदमा दर्ज किया गया था। इन्हीं मुकदमों को लेकर जीशांत व राहुल ने दूसरे पक्ष को फंसाने के लिए यह कृत्य किया। इसमें दिलीप, आकाश व अभिषेक को शामिल कर लिया। राहुल फरार है।

शराब पीने के बाद मंगाई थी स्प्रे की बोतल
इसकी पटकथा 15 दिन पहले लिख ली गई थी। वहीं, घटना वाले दिन भगवानपुर निवासी एक युवक की बर्थडे पार्टी में आरोपियों ने शराब पी, जहां इस पर फिर से चर्चा हुई। शराब कम पड़ गई तो दिलीप सूतमिल से शराब खरीदने गया था। इसी दौरान उससे जीशांत ने सूतमिल से स्प्रे पेंट की बोतल खरीदकर लाने को कहा। देररात 11 बजे तक शराब पीने के बाद सभी आरोपी निकल गए। रात में गभाना की तरफ से दो बाइकों पर आए और पहले भगवानपुर, फिर बुलाकगढ़ी के मंदिरों पर नारे लिखे। इसके बाद अगले दिन जब हंगामा हुआ तो आरोपी गांव से फरार हो गए। जीशांत हरियाणा में फरार हो गया। आकाश हाथरस में जलेसर रोड स्थित एक गांव में जाकर छिप गया। दिलीप गाजियाबाद में एक परिचित की मदद से होटल में रुका। फिर मानेसर चला गया। वहां से पुलिस ने उसे पकड़ा, जिसके बाद अन्य आरोपी पकड़े गए।
नामजदों की कोई भूमिका नहीं
एसएसपी ने बताया कि अभी तक की जांच में नामजदों की कोई भूमिका सामने नहीं आई है। वे पूरी तरह निर्दोष हैं। उनके नाम मुकदमे से निकाल दिए जाएंगे। वहीं, इस घटना के बाद गांव में सीसीटीवी भी लगवाए जा रहे हैं। वहीं उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोई भी घटना हो तो पुलिस पर भरोसा बनाएं रखें। उन्होंने खुलासा करने वाली टीम की सराहना की है।
स्पेलिंग मिस्टेक से गहराया पुलिस का शक
पांचों स्थानों पर लिखे गए नारों में मोहम्मद की स्पेलिंग गलत लिखी हुई थी। कहीं मुहाद तो कहीं मुमाद लिखा था। यहीं से पुलिस का शक गहरा गया कि यह किसी को फंसाने के लिए साजिश हो सकती है। इसके अलावा गांव के बीचों-बीच ऐसी हरकत करना भी पुलिस के गले नहीं उतर रहा था।
ये रहे टीम में शामिल
सर्विलांस प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन यादव, स्वाट प्रभारी एसआई संदीप सिंह, क्रिमिनल इंटेलिजेंस विंग नगर टीम से विनय, नटवर सिंह, आकाश शर्मा, कुलदीप सिंह, प्रिंशुभ मौतला, मनवीर सिंह, मनोज कुमार, सुगंध प्रताप के अलावा थाना लोधा से एसआई विनोद कुमार, अमित कुमार, हेड कांस्टेबल जितेंद्र कुमार व सिपाही नितिन कुमार।

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