वर्धा के जेनेटिक लाइफ साइंसेज कंपनी ने रेमडीसीवीर का पहिला स्टॉक किया जारी
वर्धा (महाराष्ट्र) वर्तमान में कोरोना देश भर में कहर मचा रहा है। ऐसी गंभीर स्थिति में, जबकि देश के नागरिक लड़ रहे हैं, यह तस्वीर उभर रही है कि कुछ लोग नागरिकों की जरूरतों का लाभ उठा रहे हैं।
मरीजों की बढ़ती संख्या जहां एक चिंता का विषय बन गई है, वहीं यह बात सामने आई है कि देशभर में रेमेडिविर के इंजेक्शन कम उपलब्ध हैं। महाराष्ट्र में भी इन इंजेक्शनों की कमी है। इसी तरह, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अधिकतम राहत दी है।
नितिन गडकरी ने वर्धा में जेनेटिक लाइफ साइंसेज कंपनी को रेमेडिसीविर इंजेक्शन बनाने की अनुमति दी। तब से लेकर आज तक कंपनी ने रेमेडिसीविर इंजेक्शन का अपना पहला स्टॉक जारी किया है।
वर्धा में उत्पादित इंजेक्शन नागपुर सहित पूरे राज्य में वितरित किए जाएंगे। इंजेक्शन नितिन गडकरी की मौजूदगी में एक आभासी बैठक में सौंप दिया गया।
इस पहले स्टॉक से कुल सत्रह हजार इंजेक्शन उपयोग के लिए तैयार हैं। रेमेडिसविर इंजेक्शन का उत्पादन 5 मई को वर्धा में जेनेटिक लाइफ साइंसेज कंपनी में शुरू किया गया था। प्रदेश में इंजेक्शन की किल्लत के चलते कुछ सामाजिक बदमाशों ने 1500 रुपये के इंजेक्शन को 30 हजार से 30 हजार रुपये तक काला बाजारी में बेच दिया।
इस बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर और महाराष्ट्र में कोविड के इलाज के लिए जरूरी रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए मायलन विटारिस इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रंजनीश बोमजई से टेलीफोन पर बातचीत की।