कोरोना संक्रमण लॉकडाउन की शर्त के अनुरूप ईद मनाएं
जादूगोड़ा। ईद का त्योहार को मीठी ईद भी कहते हैं। इस त्योहार के दिन जकात (दान )किया जाता है। मुख्य रूप से इस त्यौहार को भाईचारे का त्योहार के रूप में मनाया जाता है। सभी नए-नए वस्त्र भी पहनते हैं। इस दिन सभी एक दूसरे के गले मिलते हैं। और अल्लाह ताला से दुआ करते हैं कि सभी अमन-चैन के साथ रहे। ईद के दिन एक दूसरे को दावत दी जाती है।
इसमें लोगों को मीठी सेवई,खीर, बिरयानी,मटन बिरयानी के पकोड़े, सिरमाल,पुलाव और कबाब,खाने को दी जाती है। जादूगोड़ा में रहने वाले जनाब मोहम्मद कलीमउद्दीन एवं उनकी बेगम साहिबा (शहमीमा परवीन) का कहना है कि ईद के दिन हम लोग निस्वार्थ भावना से सबो की सलामती के लिए दुआ करते है । कोरोना काल में हम लोग सभी भारत और विश्व के लोगों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना अल्लाह ताला से करते हैं। खुशी-खुशी ईद मनाना है। भारत से कोरोना को भगाना है। HAPPY EiD.