logo

दो साल से दयनीय हालत की जिन्दगी जीने को मजबूर फोटोग्राफी व्यवसाय से जुड़े लोग


सौसर (छिंदवाड़ा)। तस्वीर को यादों को आइना बना कर जीवन भर उन यादों को जीवंत बनाये रखने वाले सौसर क्षेत्र के फोटोग्राफी व्यवसाय से जुड़े लोगों पर अब कोरोना कहर बन कर टूट रहा है। पिछले साल कोरोना काल मे चौपट हुए शादी,ब्याह व अन्य कार्यक्रमों के बाद सौसर क्षेत्र के फोटोग्राफरों की हालत दयनीय होती जा रही है। ,अपनी कला कौशल से अपनी रोजी रोटी का जुगाड़ भी अब वे नहीं कर पा रहे हैं। अभी लगे लॉकडाउन व आयोजनों पर शासन के रोक के बाद उनकी रोजी रोटी भी उनसे छिन चुकी है।
      कोरोना के आपातकाल में सौसर क्षेत्र के लगभग 100 फोटोग्राफरों की ओर से आर्थिक सहायता के लिए मुख्यमंत्री के  नाम पिछले साल भी ज्ञापन सौपा था, आज फिर मुख्यमंत्री के नाम ओरेंजसिटी फोटोग्राफर एसोसिएशन ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। सौंसर के फोटोग्राफरों जिसमें स्टूडियो व आउटडोर दोनों शामिल हैं के अपने सीजन के समय कोरोना के आपातकाल में व्यवसाय पूर्णतः बन्द हो गए जिससे सभी फोटोग्राफरो पर न केवल एक माह, अपितु पूरे वर्ष भर के लिए आपातकाल आ गया है,क्योंकि यह लगभग 3 माह  के सीजन के भरोसे पर ही साल भर का व्यवसाय निर्भर रहता है ।
 
ज्ञापन में बताया गया कि फोटोग्राफी  व्यवसाय प्रभावित होने से फोटोग्राफरों व उनके परिवार पर आजीविका व भरण पोषण का  भारी संकट आ गया है । ज्ञापन में मुख्यमंत्री से इस ओर ध्यान आकर्षित कर जल्द से जल्द आर्थिक अनुदान देने की अपील की गई है। 

सौसर आरेंजसिटी फोटोग्राफर एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश धारपुरे व सभी साथी मनोज जैवार,आदित्य दवंड़े,शुभम हिवरकर, प्रशांत भकने,आदित्य वासाढे, सचिन मारबते, गौरव दुर्गे,सत्यपाल वनकर, नवीन धारपुरे आदि फ़ोटोग्राफ़र लोगो ने कोरोना के सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए तहसीलदार को ज्ञापन सौपा।

126
14683 views
  
54 shares