logo

सितार व तबला जुगलबंदी के कायल हुए दर्शक

नयी दिल्ली : वंडर्स इंडिया संस्था के लोकप्रिय उपक्रम “सृजन कंसर्ट्स” की अद्यतन श्रृंखला में प्रसिद्ध सितार वादक श्री असित पॉल ने  अपने प्रस्तुतिकारण से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत आपने राग कौंसी कांहड़ा से की। आलाप जोड़ की बेहद खूबसूरत प्रस्तुति के बाद आपने तीनताल में निबद्ध दो रचनाओं मसीतखानी और रजाखानी गत को पेश किया।  तत्पश्चात् उन्होंने झपताल में राग किरवानी की प्रस्तुति दी ।तबले पर श्री तन्मय पॉल ने कुशलता पूर्वक संगति की।असित पॉल के सितार वादन की अपनी अनूठी शैली है। उनके वादन में तंत्रकारी अंग की खुबसूरती निखर कर आती है।

 श्री असित पॉल ने अपनी संगीत की प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता श्री बिभूतिभूषण पॉल से ली। तत्पश्चात् उन्होंने पण्डित श्यामल चट्टोपाध्याय और पण्डित सुब्रत रॉय चौधुरी से ज्ञान प्राप्त किया।  आज आपकी गणना भारतीय शास्त्रीय संगीत के कुशल संगीतज्ञों में होती है। 

वंडर्स इंडिया प्रवक्ता से हुई बातचीत में उन्होंने जानकारी दी  कि "सृजन कंसर्ट्स" के मध्यम से संस्था भारतीय शास्त्रीय संगीत का प्रचार प्रसार करने के अपने महती उद्देश्य को लेकर कार्य कर रही है । हम गौरवान्वित हैं कि आज हम अपने महान अग्रणी कलाकारों की असाधारण प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक विश्व स्तरीय मंच के रूप में उभरे हैं और भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य की विरासत को पुनर्जीवित और पुनर्स्थापित करने के अपने लक्ष्य पर सफलतापूर्वक अग्रसर हैं।

126
14656 views
  
1 shares