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तबले पर रूद्रराज की थाप पड़ते हीं न‍िकलने लगते मधुर स्‍वर

 जमशेदपुर   (झारखण्ड )। रंगमंच  फेसबुक पेज द्वारा आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम 'राग और ताल' की साप्ताहिक  श्रृंखला में पुणे  (महाराष्ट्र  ) निवासी तबला  गुरु पंडित अरविन्द आज़ाद के शिष्य बाल तबला वादक मास्टर रुद्रराज संदीप मालघे ने एकल तबला वादन पेश किये। 

अपने वादन में उन्होंने उठान , पेशकार , कायदा , रेला , गत , टुकड़ा एवं तीन ताल में चक्रधर पेश किये . तबले पर बिजली की तरह थिरकती उसकी अंगुलियां उसकी सिद्धता साबित कर रही थी। बाल  तबला वादक ने तबले की थाप से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। तबला पर थाप पड़ते ही स्वर बोलने लगते थे।

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