कोरोना से बचाव और महंगाई रोकने हेतु शादी पार्टियों में जाने से बचे, बीमारी के साथ ही दूध दही खाद्य सामग्रियों की बढ़ती कीमत ?
कोरोना की माहमारी धीरे धीरे समाप्त हो रही है। और यह बात जीवन में आशा का संचार करने और लाॅकडाउन के कार्यकाल के तनाव को दूर करने में महत्वपूर्ण कही जा सकती है, लेकिन कुछ वैज्ञानिकों और जागरूक नागरिकों का स्पष्ट कहना है कि अभी जल्दी से कोरोना माहमारी समाप्त होने वाली नहीं है और वैसे भी न्यायालय और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मत है कि दवाई भी और कड़ाई भी। दोनों का ही पालन कोरोना से बचने के लिए करना अनिवार्य है और वैसे भी जिस प्रकार से दोबारा कई प्रदेशों में केस बढ़ रहे है तो कुछ जगह कभी कम होते हैं तो कभी ज्यादा।
इसको ध्यान में रखते हुए हमें लाॅकडाउन के नियमों, मास्क लगाने, दूरी बनाने और मास्क लगाने तथा खांसते व छींकते समय मुंह को ढकने का नियम अनिवार्य किया जाना चाहिए। बीते दिनों नीति आयोग के सदस्य डाॅ वीके पाल ने कहा कि कोरोना वायरस अभी देश के कुछ हिस्सों में तेज असर दिखा रहा है। लोगो को इससे बचने के लिए भीड़भाड़ से काफी बचाव करने की आवश्यकता है। इसलिए शादी पार्टियों से जितना बचा जा सके ठीक है वरना नियमों का पालन करते हुए अपने आप को स्वस्थ रखने की आवश्यकता विशेष रूप से है।
दूसरी तरफ लाॅकडाउन के दौरान उत्पन्न हुई आर्थिक समस्याओं से परेशान आम आदमी अभी उबर नहीं पाया है। ऐसे में शादी विवाहों और समारोहों में ज्यादा लोगों के आने जाने से महंगाई बढ़ने का खतरा है क्योंकि दूध दही के साथ ही फल सब्जी आटा दाल अंडा चिकन की जो कीमतें बढ़ेंगी वो भी आम आदमी के सामने कई कठिनाई उत्पन्न कर सकती है। उसके लिए यह आवश्यक है कि हम लाॅकडाउन के नियमों का पालन करें और कहीं बहुत ही जरूरी जाना हो तो जाएं वरना सबके हित में अभी कुछ दिन और देश के अन्दर आर्थिक परेशानियों का समाधान होने तक इनमें जाना टालते रहे तो ज्यादा अच्छा है।
– रवि कुमार विश्नोई
सम्पादक – दैनिक केसर खुशबू टाईम्स
अध्यक्ष – ऑल इंडिया न्यूज पेपर्स एसोसिएशन
आईना, सोशल मीडिया एसोसिएशन (एसएमए)
MD – www.tazzakhabar.com