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भूपेश सरकार के बजट में नई नौकरियों की घोषणा नहीं होने से युवाओं में निराशा: तेजेन्द्र तोड़ेकर


धमतरी(छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बजट से युवाओं को एक बार फिर निराशा हाथ लगी है। भूपेश सरकार के इस बजट में नई नौकरियों के लिए कोई घोषणा नहीं है, राज्य में ताबड़तोड़ बेरोजगारी पहले ही थी, फिर कोरोना महामारी की मार और बजट पर किसी तरह की कोई राहत की बात नहीं, इससे साफ तौर पर जाहिर है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार युवाओं को रोजगार की पक्षधर नहीं है ।

भूपेश सरकार का यह तीसरा बजट है। कोरोना महामारी ने जिस प्रकार से प्रदेश के युवाओं का रोजगार छिना जिससे भारी मात्रा में युवा बेरोजगार हुए है। हर तरफ काम धंघे चौपट हो गये थे तो दूसरी तरफ नयी नौकरियाँ नही मिल पा रही है। आज युवाओं और उनके परिजनों के सामने सबसे बड़ा संकट रोजगार का संकट है ऐसे में सरकार का बजट युवाओं के उम्मीदों पर पानी दिर गया।

आज प्रदेश के सरकारी विभागों में लाखों पद रिक्त है सिर्फ शिक्षा विभाग में 1 लाख के आसपास पर रिक्त है। पूरे प्रदेश में 25 लाख से अधिक पंजीकृत बेरोजगार है। इसके बाद भी इस बजट में रोजगार के लिए ज्यादा बजट न लाना दुर्भाग्यपूर्ण है।

प्रदेश के 10 लाख युवाओं को 2500 बेरोजगारी भत्ता देने वाली सरकार के वादे पर भी बजट में कोई जिक्र नही है। न ही कर्मचारियों के नियमितीकरण का ज़िक्र इस बजट में है। सरकार ने इस बजट में फ़ूड पार्क स्थापित करने की बात की पर आज तक जिन फ़ूड पार्को को बनाया गया वहां सरकार अपनी नीतियों के वजह से कंपनी स्थापित करने में नाकाम रही है।

शिक्षा, स्वास्थ व मूलभूत सुविधाओं के मामले में यह बजट प्रभावशाली नही है। सरकार ने प्रदेश के युवाओं के अरमानों का कत्ल किया है। अगर सरकार युवाओं के हित में सोचती तो नये रोजगार ओर बेरोजगारी भत्ते के बारे में इस बजट में प्रावधान करती।

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