हाँ,,बाकई कलयुग आ गया है,,
आज अपनी छाया पर भी विश्वास नहीं करना चाहिए, जिसने भी विश्वास किया वो नित रोज धोखा खा रहे है इन बम्बइया फिल्मो ने समाज का बतावरण एक दम निम्न से निम्नतम बना दिया है