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दुनिया का सबसे अनोखा गार्डन, जो भी घूमने गया वापस जिंदा नहीं लौटा,जाने क्या है राज

इंग्लैंड। हमारी पृथ्वी (Earth) तमाम रहस्यों से भरी हुई है। जहां असंख्य रहस्य छिपे हुए हैं। इन रहस्यों को जानना इंसानों के बस के बाहर की बात है। आज हम आपको एक ऐसे रहस्य के बारे में बचाने जा रहे हैं जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल, आज हम आपको एक ऐसा गार्डन के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे दुनिया का सबसे रहस्यमयी गार्डन माना जाता है. क्योंकि इस गार्डन (Garden) में घूमने की जिसने भी गली की वह कभी वापस नहीं लौटा. ये गार्डन देखने में तो बहुत सुंदर है लेकिन ये जहरीला है। इसीलिए इस गार्डन को जहर गार्डन के नाम से जाना जाता है।

इसीलिए इस गार्डन में लोग जाने से ही नहीं बल्कि इसका नाम सुनकर ही डर जाते हैं। यही नहीं इस बगीचे में लोगों को कभी भी अकेले जाने की सलाह नहीं दी जाती है। इसीलिए जब भी कोई जाता है तो उसके साथ एक गार्ड जरूर जाता है। यही नहीं अगर कोई गलती से इस बगीचे में अकेला चला गया तो वह जिंदा लौटकर वापस नहीं आता।

दरअसल, यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) के नॉथंबरलैंड (Northumberland) में स्थित यह गार्डन ‘जहर गार्डन’ के नाम से जाना जाता है। इस बगीचे का नाम ‘द अलन्विक पॉइजन गार्डन’ (The Alnwick Garden) है। यह दुनिया का सबसे खतरनाक गार्डन (Dangerous Garden) माना जाता है। यह गार्डन उत्तरी इंग्लैंड (North England) की सबसे अट्रैक्टिव जगहों में शुमार है। यहां के रंग-बिरंगे पौधे, मैनीक्योर किए गए टॉपियर, खुशबूदार गुलाब और कैस्केडिंग फव्वारों की पंक्तियां सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।

बता दें कि अलन्विक गार्डन की सीमाओं पर काले लोहे के दरवाजे लगे हैं, जिन पर साफ-साफ लिखा है कि फूलों को सूंघना तथा तोड़ना मना है। यह बगीचा अब ‘जहर गार्डन’ (Poison Garden) के नाम से मशहूर हो गया है। इस बगीचे में जाने के बाद अगर किसी ने जरा सी भी चूक की तो उसकी जान जाना लाजिमी है। बता दें कि यह बगीचा 100 कुख्यात हत्यारों का घर है। बता दें कि इस गार्डन में घुसने से पहले प्रवेश द्वार पर ही चेतावनी लिखी है।

यह बगीचा करीब 14 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस बगीचे में लगभग 700 जहरीले पौधे हैं। आपके साथ जाने वाला गाइड आपको इन पेड़ों के जहरीले गुणों के बारे में घूमने के दौरान बताएगा। बता दें कि इन जहरीले पौधों का इस्तेमाल शाही दुश्मनों को हराने के लिए किया जाता था।

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