प्रसिद्ध बंगाली फिल्म अभिनेता सौमित्र चटर्जी का देहावसान
हावड़ा (पश्चिम बंगाल)। बांग्ला फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता और 'अपुर संसार' और 'चारूलता' जैसी कई फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा बिखेरने वाले सौमित्र चटर्जी का रविवार को कई बीमारियों से 40 दिन तक जंग लड़ने के बाद देहावसान हो गया। वह 85 वर्ष के थे।
ऑस्कर विजेता फिल्मकार सत्यजीत रे के निर्देशन में कई फिल्मों में अभिनय करने वाले चटर्जी को बंगाली सिनेमा को दुनिया तक पहुंचाने के लिये याद किया जाएगा। उनके परिवार में पत्नी दीपा चटर्जी, पुत्र सौगत चटर्जी और पुत्री पौलोमी बसु हैं। चटर्जी का रविवार की शाम पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। उनके पार्थिव शरीर को फूलों से सजाई हुई एक खुली गाड़ी में श्मशान घाट तक लाया गया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ ही कई फिल्मी हस्तियां भी अभिनेता की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं। सड़क के दोनों ओर सैकड़ों लोग खड़े थे और पास के घरों में लोगों की भीड़ अपने पसंदीदा अभिनेता के अंतिम दर्शन के लिए छतों पर खड़ी थी।
अभिनेता की अंतिम यात्रा केवड़ातला श्मशान घाट पर पूरी हुई। चटर्जी के अंतिम संस्कार से पहले उन्हें बंदूकों से सलामी दी गई। मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य लोगों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया। चटर्जी को कोविड-19 से पीड़ित पाए जाने के बाद छह अक्टूबर को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। उन्हें बाद में आईसीयू में भर्ती कर दिया गया था और उनका तंत्रिका तंत्र और किडनी सही तरीके से काम नहीं कर रहे थे।