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आगरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसा: डिवाइडर तोड़ते हुए ट्रेलर पुलिया में घुसा, दो लोगों की मौत आगरा में यमुना एक्स

आगरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसा: डिवाइडर तोड़ते हुए ट्रेलर पुलिया में घुसा, दो लोगों की मौत

आगरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर खंदौली टोल प्लाजा से तीन किलोमीटर दूर खेरिया गांव के समीप रविवार तड़के करीब पांच बजे लोहे की रॉड से भरा ट्रेलर डिवाइडर को तोड़ते हुए अडंरपास की पुलिया में जा घुसा। हादसा इतना भीषण था कि टक्कर के वाद ट्रेलर के परखच्चे उड़ गए। बॉडी पुलिया में फंस गई। हादसे में ट्रेलर सवार दो लोगों की मौत हो गई। 
पुलिस ने क्रेन की मदद से ट्रेलर को पुलिया से निकलवाया। दोनों के शव ट्रेलर में फंसे हुए थे, जिन्हें काफी मशक्कत के बाद निकाला जा सका। मृतकों के पास ड्राइविंग लाइसेंस मिले हैं। जिसके मुताबिक दोनों लुधियाना के रहने वाले थे। पुलिस चालक को झपकी आने से हादसा होना मान रही है। नोएडा की तरफ जा रहा था ट्रेलर
पुलिस के मुताबिक ट्रेलर नोएडा की तरफ जा रहा था। ट्रेलर के बेकाबू होकर पुलिस में घुसने पर धमाके जैसी आवाज हुई। जिसे सुनकर फसलों की सिंचाई कर रहे किसान दौड़े। सूचना पर थाना पुलिस और एक्सप्रेसवे के सुरक्षाकर्मी भी पहुंचे। एसओ खंदौली अवधेश कुमार गौतम ने बताया कि ट्रेलर में दो लोग ही सवार थे, दोनों की मौत हो चुकी है। 
मौके से दो ड्राइविंग लाइसेंस मिले हैं। इनमें एक हरप्रीत सिंह (38) पुत्र गुरुदयाल निवासी लुधियाना और दूसरा इंद्रजीत सिंह (46) निवासी न्यू सुंदर नगर लुधियाना का है। पुलिस ने इसके आधार पर परिजनों को सूचित कर दिया गया है। बताया कि परिजनों के आने के बाद ही मृतकों की शिनाख्त हो पाएगी।

दो किलो मीटर तक सुनाई दी धमाके की आवाज
घटनास्थल के समीपवर्ती गांव नेकपुर और खेरिया के ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के दौरान तेज धमाके की आवाज करीब दो किलोमीटर तक सुनाई दी थी। ग्रामीणों ने पहले समझा कि किसी बड़े वाहन का टायर बर्स्ट हुआ है। बाद में हादसे की पता चला तो गांववाले भागकर पहुंचे और पुलिस की मदद में लगे।

दिन में होता हादसा तो जा सकती थी और जान
ग्रामीणों का मानना है कि हादसा दिन में होता तो और अनहोनी संभव थी। क्योंकि जिस अंडरपास पुलिया में ट्रेलर घुसा था, वह रास्ता आसपास के कई गांवों को जोड़ता है। भोर के कारण आवागमन शुरू नहीं हुआ था। दिन में हमेशा यहां से लोग गुजरते रहते हैं। इससे हादसे में और लोगों की जान जा सकती थी। 
ट्रक मालिक को दी सूचना
थाना प्रभारी अवधेश गौतम ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस ने गाड़ी में रखे कागजातों को खंगाला तो ट्रेलर की आरसी मिल गई, इसमें लिखा मोबाइल फोन नंबर बंद था। इसके बाद जालंधर कंट्रोल रूम को हादसे की सूचना दी गई। इस पर जालंधर पुलिस ने गांव सुनेहरी जाकर ट्रक मालिक को हादसे की सूचना दी।

हाईवे के सहारे बनी छह इंच के डिवाइडर से होते हैं हादसे
आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे पर अधिकतर हादसों की वजह हाईवे के किनारे बना 6 इंच का डिवाइडर है। इस डिवाइडर पर आसानी से कार और भारी वाहनो के पहिये चढ़ जाते हैं, जिससे वाहन रांग साइड क्रास कर लेते हैं।

दो साल पूर्व क्षरना नाले में गिर गई थी बस 
यमुना एक्सप्रेसवे पर दो वर्ष पूर्व भी इसी तरह का हादसा हुआ था। तब सवारियों से भरी बस डिवाइडर को तोड़ते हुए क्षरना नाले में गिर गई थी। उस हादसे में 27 लोगों की जान गई थी। एक वर्ष पूर्व भी एक्सप्रेसवे पर यू टर्न ले रहे कंटेनर से एक कार टकरा गई थी। हादसे के बाद कार में आग लग गई थी, जिसमें महिला व बच्चे सहित पांच लोग जिंदा जल गए थे।
 

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