365 हैड अंबेडकर भवन मे म
365 हैड अंबेडकर भवन मे मनाया गया बाबा साहब का परिनिर्वाण दिवस
मण्डी 365 हैड। स्थानीय अंबेडकर भवन में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस 365 हैड मे डाँ.अंबेडकर नवयुवक की टीम द्वारा मनाया गया।
दीप प्रज्वलित कर, बाबा साहेब की फोटो पर माल्यार्पण कर और उनके चरणों में पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई और आये हुए सभी लोगों ने बाबा साहब के चरणों मे पुष्प अर्पित करके युगदृष्टा को नमन किया।
इस अवसर पर दुल्ला राम बारुपाल ने उनके जीवन के बारे मे बताते हुए कहा कि युगदृष्टा बाबा साहेब डाँ. भीमराव अंबेडकर भारत की धरती पर तथागत बुद्ध के बाद दुसरे ऐसे महापुरुष हुए हैं, जिन्होंने भारत की धरती से लुप्त करुणा, मैत्री, और बंधुत्व को फिर से स्थापित किया,और शिक्षा सतत् चलने वाली प्रक्रिया है। डा0 अम्बेडकर कहते थे, कि मनुष्य जन्म से लेकर मरने तक विद्यार्थी रहता है। वे स्वंय विद्या के उपासक रहे, वे स्वयं चलता-फिरता विश्वविद्यालय थे।
वे विद्या के अस्तित्व का महत्व जानते थे, इस कारण जुलाई 1945 में पीपुल वेलफेयर सोसाइटी आफ इण्डिया नामक शैक्षणिक संस्था का गठन किया। औरंगाबाद में मिलिंद कालेज, मराठवाड़ा विद्यापीठ, बम्बई में सिद्धार्थ कालेज गठन किया। इस अवसर पर पंजाब नैशनल बैंक के शाखा प्रबंधक भुपेन्द्र सिंह,रा.उ.मा.विधालय के प्रधानाचार्य सतीश चंद खारिया,रामेश्वर बाबल,दुल्लाराम बारुपाल, रवि तंवर, रामचन्द्र सिंघाड़िया,नंदराम सिंघाड़िया, रामकुमार बोला,पृथ्वीराज, सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे