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तह.पोलाय कला दीपावली पर्व पर बाजारों में अच्छी खासी रौनक देखने को मिली

पोलाय कला दीवाली का पर्व शहरी क्षेत्रों से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी धूमधाम से मनाया गया।

दीपावली के दिन धन की देवी महालक्ष्मी की पूजा की जाती माना जाता है। इसी दिन भगवान श्री रामचंद्र चौदस वर्ष का वनवास कर अयोध्या आए थे। इसी दिन उनका राज्य अभिषेक भी किया गया था।

पोलाय कला नगर के बाजार में दीपावली के दिन सजावट के सामान से लेकर मिठाइयों तथा पटाखों पशुधन सज्जा सामग्री की दुकानों पर हुई जमकर बिक्री। पटाखों की दुकान पर सुबह से लेकर शाम तक रही भीड़ व्यापारियों मैं भी खासा उत्साह देखा गया।

युवाओं का रुझान ज्यादातर तेज आवाज वाले पटाखों की तरफ रहा तथा बच्चों के लिए फुलझड़ी अनार चकरी आकर्षण का केंद्र बना रहा।

पटाखे की बिक्री में जमकर तेजी आई है लेकिन लोगों ने बहुत अच्छे से खरीदारी की कोरोना चलते पिछले साल कारोबार बहुत मंदा रहा इस दीपावली पर रौनक लौट आई पोलाय कला तहसील के आसपास के ग्रामीण इला को मैं दीपावली पर्व बहुत धूमधाम से मनाया इस अवसर पर घर-घर दीप जलाएं और घर के आंगन में युवती एवं महिलाओं ने रंग बिरंगी रंगोलियां तैयार की बड़ों के साथ बच्चों ने देर रात तक पटाखे फोड़े और आतिशबाजी की दीपावली का त्यौहार अमावस से लेकर ग्यारस तक चलता है अमावस्या के दिन दीपावली के दिन गोवर्धन पूजन तथा दूज के दिन बहन अपने भाई को मस्तक पर तिलक करती है तथा उसके मंगलमय जीवन की कामना व्रत कर भगवान से प्रार्थना करती है aima media से वासुदेव आंजना की रिपोर्ट

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