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पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने अपने वि स क्षेत्र में हुए विकास कार्यो को गिनाया

वाराणसी। 2022 यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा पूरी तैयारी के साथ जनता के बीच जा रही है। भाजपा सरकार अपने साढ़े चार साल की उपलब्धियों की रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने पेश कर रही है।

इसी क्रम में शुक्रवार को पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने अपने दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र  में हुए विकास कार्यों की रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखी और कहा कि काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

मैदागिन स्थित पराड़कर भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री नीलकंठ तिवारी ने बताया कि रोप वे परियोजना भी प्रस्तावित है, जिसपर काम चल रहा है।

पीएम मोदी और सीएम योगी के मार्ग दर्शन में कज्जाकपुरा ओवरब्रिज, बेनियापार्किंग, टाउनहॉल पार्किंग ये सभी विकास कार्य दक्षिणी विधान सभा में हुए हैं और हो भी रहे हैं।

मंत्री ने बताया कि 17 करोड़ रुपये की लागत से कैंट स्टेशन से पड़ाव तक की सड़क को सिक्स लेन बनाया जा रहा है। गोलगड्डा के पहले तक कार्य पूरा भी हो चुका है। आगे का कार्य भी चल रहा है। कज्जाकपुरा ओवरब्रीच को छोड़कर के पड़ाव तक उस कार्य को महीने भर में पूरा कर लिया जाएगा और लोगों को एक सुंदर स्वरुप देखने को मिलेगा। इसके अलावा दक्षिणी विधान सभा क्षेत्र  के गढ़वासीटोला वार्ड में मणिकर्णिकाघाट स्थित प्रख्यात संत सतुआ बाबा की सिद्धस्थली में पर्यटन विकास और सौन्दर्यीकरण का कार्य, श्री दुर्गा मंदिर के प्रवेश द्वार व प्रांगण क्षेत्र मे सोलर हाई मास्ट अधिष्ठापित किया गया।

दशाश्वमेध घाट पर दशकों से अर्ध निर्मित बीडीए कांप्लेक्स का भाग गंदगी का ढेर बना हुआ था साथ ही साथ अव्यवस्थित मछली मार्केट भी यहां पर था, पीएम मोदी के मार्गदर्शन में इसे पूरा करने के लिए निर्माण कार्य चल रहाहै और अपनी पूर्णता की ओर अग्रसर है।

साथ ही साथ मछली मार्केट के व्यापारियों को अच्छी दुकानें दे कर के दूसरे जगह बसाने का काम भी किया जा रहा है।गौदोलिया से मैदागिन तक की सड़क को एक नई तकनीक से बनाया जा रहा है, जो दशकों तक सड़की की समस्या को समाप्त कर देगा। साथ ही लहुराबीर से राजघाट, लहुराबीर से गिरजाघर इस सड़क का भी नई तकनीक से निर्माण प्रस्तावित है जो शाही नाले के कार्य की पूर्णता के बाद अमल में लाया जाएगा। गोदौलिया चौराहे से दशाश्वमेध की ओर जाने वाली मार्ग पर नये गेट का निर्माण व काशी विश्वनाथ गली के पूर्व निर्मित प्रवेश द्वार का जीर्णोद्धार कार्य भी हुआ है। इसके अलावा दुर्गाकुंड, पितृकुंड, मातृकुंड, पिशाचमोचन, ईश्वरगंगी कुंड, लाट भैरव कुंड, मंदाकिनी कुंड, मछोदरी कुंड का सुंदरीकरण हो चुका है और धनेश कुंड का सुंदरीकरण प्रस्तावित है।

शहर के मध्य में महर्षि व्यास से जुड़ा हुआ कर्णघंटा कुंड जो लुप्त सा हो रहा था आज सुंदरीकरण के बाद अत्यंत सुंदर स्वरुप में लोगों के लिए उपलब्ध है।

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