प्रमुख सचिव महिला एवं विकास श्री शाह द्वारा दो दिवसीय भ्रमण
प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्री अशोक शाह ने गत 25 व 26 अगस्त को जिले के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया और विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की व आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया। साथ ही हितग्राहियों से चर्चा कर आंगनवाड़ी से प्राप्त होने वाली सेवाओं की जानकारी प्राप्त की। भ्रमण के दौरान दल के अन्य सदस्य, जनजातीय कार्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती कल्पना तिवारी रिछारिया, परियोजना अधिकारी जुन्नारदेव सुश्री प्रेरणा मर्सकोले, प्रभारी परियोजना अधिकारी तामिया श्री प्रेमनारायण गढेवाल, सेक्टर सुपरवाईजर, आंगनवाडी कार्यकर्ता और स्थानीय समुदाय उपस्थित था। प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्री शाह ने प्रथम दिवस तामिया परियोजना के ग्राम आडिटोरिया एवं देलाखारी में आंगनवाडी केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने आंगनवाडी केन्द्रों में स्व-सहायता समूहों के सदस्यों से चर्चा की और नवीन दिशा-निर्देशों के अनुसार पोषण आहार के नवीन मीनू रेडी-टू-ईट और टेक होम राशन वितरण की समीक्षा की। रेडी-टू-ईट के अंतर्गत प्रदाय मक्का व चावल मिक्स खिचडी के सैम्पल और आंगनवाडी केन्द्र में निर्मित पोषण वाटिका का निरीक्षण किया गया। उन्होंने आईमेम कार्यक्रम के अंतर्गत अति कम वजन से सामान्य श्रेणी में आये बच्चों के ग्रेड परिवर्तन की समीक्षा की और शाम के समय छिन्दवाडा के सर्किट हाउस में छिन्दवाडा परियोजना के अंतर्गत अति कम वजन से सामान्य श्रेणी में आये बच्चों व परिवारों से चर्चा कर उन्हें स्वस्थ होने की बधाई व शुभकामनायें देते हुये उपहार प्रदान किया। उन्होंने अंतरा फाउडेंशन के अधिकारियों से स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास के आंकडो का एकीकरण और पोषण प्रबंधन नीति के अंतर्गत आईमेम कार्यक्रम की जानकारी प्राप्त की। प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्री शाह ने व्दितीय दिवस जिले के जुन्नारदेव विकासखण्ड के सुदूर आदिवासी अंचल सांगाखेडा से 15 किलोमीटर दूर बिचबेहरी ग्राम पंचायत के ग्राम ईमरतीखेडा का आकस्मिक भम्रण कर हितग्राहियों से आंगनवाडी की सेवाओं से लाभांवित होने की जानकारी प्राप्त की जिसमें हितग्रहियों द्वारा गांव में मिनी आंगनवाड़ी केन्द्र के माध्यम से महिला एवं बाल विकास की सभी योजनाओं की जानकारी प्राप्त होना बताया। उन्होंने निर्देश दिये कि जिले में कुपोषण कम करने के लिये विभागीय योजनाओं और सेवाओं के माध्यम से आगामी 3 माहों में अति कम वजन के बच्चों का सामान्य ग्रेड में परिवर्तन किया जाये।