
आम नागरिकों को स्वास्थ्यवर्धक एवं जैविक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने जैविक बाजार की शुरूआत
रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
म.प्र. रासायनिक मुक्त और शुद्ध खाद्य पदार्थों की बढ़ती आवश्यकता को देखते हुये भोपाल जिले में प्रत्येक शनिवार को जैविक कृषि उत्पादों का साप्ताहिक बाजार आयोजित किया जा रहा है। यह जैविक बाजार जिला पंचायत, ग्रामीण आजीविका मिशन एवं कृषि विकास विभाग की 'आत्मा' योजना के समन्वय से संचालित किया जा रहा है। यह बाजार प्रत्येक शनिवार को दोपहर 2 बजे से शाम 8 बजे तक राग भोपाली परिसर, 10 नं. मार्केट, भोपाल में आयोजित किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य आम नागरिकों को सुरक्षित, स्वास्थ्यवर्धक एवं जैविक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराते हुये कृषकों को जैविक खेती अपनाने हेतु प्रोत्साहित करना है।उप संचालक कृषि सुमन प्रसाद ने जानकारी दी कि, वर्तमान समय में रसायन मुक्त उत्पादों का सेवन अत्यंत आवश्यक हो गया है, क्योंकि रासायनिक खेती से उत्पादित अनाज एवं सब्जियां मानव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि उपभोक्ताओं को यह जानकारी हो कि उनका भोजन किस प्रकार की खेती से उत्पन्न हुआ है। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि भोपाल जिले में लगभग 1250 कृषकों का चयन प्राकृतिक खेती हेतु किया गया हैं। इन कृषकों को प्राकृतिक खेती की तकनीकों का प्रशिक्षण तथा रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के स्थान पर जैविक एवं प्राकृतिक विधियों से खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह साप्ताहिक जैविक बाजार प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को उनके उत्पादों के लिए स्थाई और विश्वसनीय बाजार उपलब्ध कराना तथा आम जनता को नियमित रूप से शुद्ध जैविक उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक शनिवार लगाया जा रहा है। इस बाजार में विभिन्न प्रकार के जैविक उत्पाद जिसमें मुख्यतः जैविक अनाज, जैविक हल्दी, दलहन जैसे- जैविक चना, जैविक उड़द, जैविक हरी सब्जियों में पालक, लहसुन, लोकी सहित 20 से अधिक प्रकार की सब्जियां उपलब्ध होंगीं। उप संचालक ने आम नागरिकों से अपील की है कि वह अधिक से अधिक संख्या में इस बाजार में आएं, जैविक उत्पादों की खरीदी करें और प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करें। उन्होनें यह भी बताया कि जैविक उत्पाद न केवल मानव स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह मिट्टी की उर्वरता को बनाएं रखते हैं, जल स्त्रोतों को प्रदूषण से बचाते हैं तथा पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। वहीं रासायनिक खेती से दीर्घकालीन स्वास्थ्य समस्याएं, मिट्टी की गुणवत्ता में गिरावट तथा जल प्रदूषण जैसी समस्याएं हो सकती है। जैविक बाजार की यह पहल किसानों की आय बढ़ाने, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने तथा समाज को स्वस्थ जीवलशैली की ओर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।