logo

नव उदारवादी आर्थिक नीतियों के कारण आर्थिक असमानता चरम पर : सुभाष लांबा


पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के बनाए गए चार लेबर कोड्स : जय भगवान

ब्यूरो संवाददाता :- प्रवीण कुकरेजा
999 10 11 999

पलवल,15 नवंबर ,ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के बेनर तले सर्कल सचिव राजेश शर्मा की अध्यक्षता में शुक्रवार को स्कूलिंग का आयोजन किया गया। स्कूलिंग में पलवल सर्कल की पलवल,होडल व नूंह यूनिट व सब यूनिट के चुनें हुए पदाधिकारियों ने भाग लिया। स्कूलिंग में अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा ने " मौजूदा दौर, चुनौतियां और कर्मचारी" और सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियनस के महासचिव जय भगवान ने "कर्मचारी आंदोलन का परिपेक्ष्य" विषय पर बातचीत की। स्कूलिंग में ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के वाइस प्रेसिडेंट जितेन्द्र तेवतिया, सुदाम पाल, सचिव सामून खान,यूनिट कमेटी के नेता राजकुमार डागर,सरजीत सोरौत,वेद प्रकाश तेवतिया, योगराज दिक्षित आदि ने भाग लिया।
अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा ने " मौजूद दौर, चुनौतियां व कर्मचारी" विषय पर बातचीत रखते हुए कहा कि देश में नव उदारवादी आर्थिक नीतियों को आक्रमकता से लागू किया जा रहा है। जिनके चलते प्राकृतिक सम्पदा और सार्वजनिक क्षेत्र को चेहते पूंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है। कारपोरेट घरानों और पूंजीपतियों के लाखों करोड़ के कर्ज़े को बट्टे खाते में डाल दिया गया है और टैक्सों को माफ किया जा रहा है। इससे आर्थिक असमानता चरम पर है। उन्होंने कहा कि शीर्ष के सबसे अमीर 1 प्रतिशत लोगों के पास कुल धन दौलत का 40.1 प्रतिशत हिस्सा है और दूसरी तरफ नीचे की आधी आबादी के पास कुल धन दौलत का केवल 3 प्रतिशत हिस्सा है और यही पचास प्रतिशत से ज्यादा टैक्स अदा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जाति और धर्म के आधार पर मेहनतकशों की एकता को तोड़ा जा रहा है।
सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन के महासचिव जय भगवान ने कहा कि नव उदारीकरण के दौर में नौकरी का स्वरूप बदल गया है। रेगुलर की बजाय ठेके पर भर्तियां की जा रही है। उन्होंने कहा कि सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की नीव कुर्बानियों पर टिकी हुई है। उन्होंने कहा कि एकता और आंदोलन से ही नव उदारवादी आर्थिक नीतियों के खिलाफ और मांगों की प्राप्ति की जा सकती है।

1
797 views