
लाठी-डंडे, लोहे की रॉड व हथियारों से खुलेआम मारपीट, बुक्सा जनजाति की जमीन पर कब्जे की कोशिश
विकासनगर (इंद्रपाल सिंह): कोतवाली सहसपुर क्षेत्र मेदनीपुर-बद्रीपुर ग्राम पंचायत में जमीन विवाद ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया। कुछ व्यक्तियों पर आरोप है कि उन्होंने लाठी, डंडे, लोहे की रॉड और धारदार हथियारों से एक परिवार पर हमला किया और उनकी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें हमलावर हथियार लहराते साफ नजर आ रहे हैं। पीड़ित पक्ष ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
मामला हरियाणा से आए एक परिवार से जुड़ा है, जो कुछ समय पहले गांव में बस गया था। स्थानीय युवक बबलू ने दावा किया कि उसने इस परिवार से 1500 रुपये उधार लिए थे, लेकिन ब्याज की रकम को बढ़ा-चढ़ाकर बताकर उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया गया। अब उसी जमीन तक पहुंचने के लिए रास्ते की मांग को लेकर बुक्सा जनजाति के सुरेंद्र के घर पर कथित तौर पर हमला बोला गया। हमलावरों ने न केवल मारपीट की, बल्कि जमीन हथियाने की कोशिश भी की।
गौरतलब है कि भारत की पांचवीं अनुसूची के तहत बुक्सा अनुसूचित जनजाति (एसटी) की जमीन का हस्तांतरण गैर-जनजातीय व्यक्तियों को प्रतिबंधित है। केवल जनजातीय सदस्य ही ऐसी जमीन खरीद सकते हैं, जबकि गैर-जनजातीय व्यक्ति बिना विशेष सरकारी अनुमति के ऐसा नहीं कर सकते। किसी भी अवैध हस्तांतरण को शून्य घोषित किया जा सकता है और जिला प्रशासन मूल मालिक को जमीन बहाल करने की कार्रवाई कर सकता है।
खुलेआम हथियारों के साथ मारपीट की यह घटना स्थानीय कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। इससे सामाजिक सुरक्षा को सीधी चुनौती मिल रही है। धामी सरकार भूमाफिया के खिलाफ सख्ती के दावे तो कर रही है, लेकिन जांच और कार्रवाई में देरी से इलाके में तनाव बढ़ता जा रहा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सुरेंद्र (पीड़ित): "हमलावर हथियार लेकर आए और मारपीट शुरू कर दी। जमीन पर कब्जा करने की नीयत साफ थी। हम बुक्सा जनजाति के हैं, हमारी जमीन कोई नहीं छीन सकता।"
बबलू (पीड़ित): "मैंने सिर्फ 1500 रुपये लिए थे, लेकिन ब्याज बढ़ाकर जमीन हड़प ली गई। अब रास्ते के नाम पर घर पर हमला कर रहे हैं। पुलिस से न्याय की उम्मीद है।"
ग्राम प्रधान (मेदिनीपुर-बद्रीपुर): "हमलावरों ने खुद मुझे फोन करके बताया कि वे सुरेंद्र के घर गए थे और वहां तोड़फोड़ की। ग्राम प्रधान ने कहा, लाठी डंडे लोहे की रॉड जैसे हथियार लेकर पहुंचना पूरी तरह गलत था। ऐसा नहीं करना चाहिए था। यह विवाद पुराना है, लेकिन हिंसा तक पहुंच गया। प्रशासन को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए, वरना इलाके में अशांति फैल सकती है।"