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आजादी के अमृत महोत्सव के तहत उज्जवल भारत-उज्ज्वल भविष्य योजना ऐट दा रेट 2047 को लेकर गांव सिवाह के डॉ. भीमराव अम्बेडकर भ

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत उज्जवल भारत-उज्ज्वल भविष्य योजना ऐट दा रेट 2047 को लेकर गांव सिवाह के डॉ. भीमराव अम्बेडकर भवन में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि विधायक महिपाल ढांडा ने कहा कि आज भारत बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन गया है। भारत सरकार द्वारा स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाठ के अवसर पर देश को आत्मनिर्भर बनाने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह से देश के संकल्प को आगे बढ़ाया है उससे भारत विश्व गुरु बनने की कतार में अग्रिम पंक्ति में खड़ा है। उन्होंने भवन के परिसर में पौधारोपण कर डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पअर्पित भी किए।
विधायक महिपाल ढांडा ने कहा कि आज भारत देश में विद्युत क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हंै। आधुनिकीकरण में भारत की तस्वीर बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक राष्ट्र-एक ग्रिड का जो सपना देखा है उससे विद्युत के क्षेत्र में देश का उत्पादन बढ़ा है। आज भारत देश पड़ोसी देशों को भी बिजली निर्यात कर रहा है।
उन्होंने लोगों को आह्वान किया कि वे हर क्षेत्र में सरकार की मदद करें और योजनाओं का लाभ लें। सरकार ने तकनीकी रूप से सक्षम होने की दिशा में कार्य करते हुए जिस तरह से बिजली चोरी पर अंकुश लगाया है उससे विभाग और सरकार पर लोगों का विश्वास बना है। यह एक नया कृतिमान है।
विद्युत मंत्रालय के एसजेवीएन(देहरादून) के वरिष्ठ अपर महाप्रबंधक आशीष पंत ने कहा कि भारत के विद्युत मंत्रालय द्वारा आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव समारोह राज्य सरकारों, भारत सरकारों के उपक्रमों और अन्य सभी के सहयोग से विद्युत क्षेत्र की उपलब्धियों को आमजन तक पंहुचाने के लिए उज्ज्वल भारत-उज्ज्वल भविष्य कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
आशीष पंत ने कहा कि वर्ष 2014 में बिजली का उत्पादन दो लाख 48 हजार 554 मेगावाट था जो अब बढ़कर चार लाख मेगावाट हो गया है। यह मांग से एक लाख 85 हजार मेगावाट अधिक है। उन्होंने बताया कि देश में एक लाख 63 हजार किलो मीटर अतिरिक्त ट्रांसमिशन लाईनों को बिछाकर देश में एक ग्रिड की स्थापना की गई है जोकि एक ही फ्रीक्वेंसी पर चल रही है। लदख से कन्याकुमारी और कच्छ से म्यांमार बार्डर तक विश्व की सबसे बड़ी एकीकृत ग्रिड का निर्माण किया गया है।
उन्होंने कहा कि अब एक छोर से दूसरे छोर तक एक लाख 12 हजार मेगावाट बिजली को एक ग्रिड के माध्यम से भेजा जा सकता है। सौर उर्जा के क्षेत्र में भी लगातार तेजी से काम हो रहा है। भारत सरकार ने विद्युत अधिनियम उपभोक्ता अधिकार 2020 लागू किया है जिसमें नए क्नैक्शन के लिए अधिकतम समय सीमा तैयार की गई है, समय पर बिलिंग और मीटर से सम्बंधित समस्याओं के निराकरण के लिए समय सीमा निर्धारित की गई है। एसडीएम वीरेन्द्र ढूल ने जिला प्रशासन की ओर से सभी का स्वागत किया। यूएचबीवीएन के अधीक्षण अभियंता डी.एस. छिक्कारा ने विभाग की ओर से सभी का धन्यवाद किया। इस मौके पर वरिष्ठ प्रबंधक एस.जे.वी.एन. (शिमला) त्रिभुवन कुमार, कार्यकारी अभियंता एम.एस. धीमान, एसडीओ रिंकू जागलान, बीडीपीओ पूनम चंदा, डिप्टी डीईओ सुदेश ठकराल, डीपीसी सरोज बाल्याण, बीईओ राजबीर राठी, रचना देवी, प्राचार्य सुभाष चन्द्र सहित अन्य विभिन्न अधिकारी और सैकड़ो ग्रामीण व स्कूली बच्चे भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में विद्युत मंत्रालय भारत सरकार की ओर से उपस्थित ग्रामीणों व स्कूली बच्चों को बिजली वितरण प्रणाली व बिजली बचत को लेकर लघु फिल्में भी दिखाई गर्इं जिससे लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा मॉडल प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें राजकीय कन्या स्कूल सिवाह, राजकीय स्कूल जाटल, राजकीय स्कूल काबड़ी व तहसील कैम्प, राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल इत्यादि के बच्चों ने उर्जा बचाओ-भविष्य बनाओ इत्यादि विभिन्न विषयों पर मॉडल बनाए। कार्यक्रम में कला अध्यापक प्रदीप, सुरेखा, रश्मी और विभिन्न छात्राओं ने उर्जा संरक्षण पर रंगोली भी बनाई। इसके साथ-साथ कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। विधायक महिपाल ढांडा ने बच्चों द्वारा लगाई गई मॉडल प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलित कर किया गया। विधायक महिपाल ढांडा ने विद्यार्थियों को विद्युत मंत्रालय की ओर से उपलब्ध करवाए गए पारितोषिक देकर उन्हें सम्मानित भी किया।

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