logo

*अघोषित बिजली कटौती व लो वोल्टेज की समस्या से परेशान होकर उपभोक्ताओं ने रेउसा ,बम्भनवा पवार हाउस जेइ को दिया ज्ञापन*

*अघोषित बिजली कटौती व लो वोल्टेज की समस्या से परेशान होकर उपभोक्ताओं ने रेउसा ,बम्भनवा पवार हाउस जेइ को दिया ज्ञापन*


* रेउसा ,बम्भनवा पॉवर हाउस जेई ने उच्चाधिकारियों को जिम्मेदार बताते हुए अपना दामन बचा रहे है।

सीतापुर : सरकार के दावों की पोल खोल रहा रेउसा बम्भनवा पावर हाउस इस बारे में जब रेउसा जेई धर्मेंद कुमार से बात की गई तो बताया कि फीडर बड़ा होने का कारण लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है जिससे आए दिन फाल्ट बनी रहती है फीडर अलग करने के लिए मैंने शासन को पत्र लिखा गया है और अपने उच्च अधिकारियों जिम्मेदार बताते हुए अपना दामन बचा लिया हैं रेउसा सीतापुर एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ बेहद संजीदगी के साथ अपना काम करते हैं वही उनके अधीनस्थ सरकारी कर्मचारी उनकी सरकार की छवि को धूमिल करने की जुगत में लगे हुए हैं। जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिला मुख्यालय व कस्बों में 22 घंटे व गांव में 18 घंटे बिजली देने की बात करते हैं तो वही उनके अधीनस्थ कर्मचारी उनकी मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। बात करते हैं रेउसा बम्भनवा पावर हाउस की जहां पर बिजली ब्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त हो चुकी है। रेउसा बम्भनवा पॉवर हाउस फीडरों की हालत बहुत ही दयनीय है। जहां पर 24 घंटों में सिर्फ 5 से 6 घंटे की विद्युत सप्लाई मिलती है हर घंटे रोस्टिंग की जा जाती है दिन में कई कई बार फाल्ट आती है जिससे आम जनता त्रस्त हो चुकी है। जनता सरकार को कोसती नजर आ रही है। कोई भी बिजली अधिकारी सुध लेने को तैयार नहीं है बिजली व्यवस्था राम भरोसे चल रही है। रेउसा बम्भनवा पवार हाउस भिठौली व रेउसा फीडर का हाल तो और भी बुरा है जहां सिर्फ 5 से 6घंटे विद्युत सप्लाई मिलती है वही वोल्टेज सिर्फ नाम मात्र का आता है जिसमें विद्युत उपकरण मात्र शोपीस बनकर रह गए है। बिजली विभाग के लापरवाह अधिकारी व कर्मचारियों की मनमानी के कारण बिजली विभाग की व्यवस्था पूरी तरीके से ध्वस्त हो चुकी है। कोई भी बिजली विभाग का अधिकारी व कर्मचारी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। बरसों से कुंडली मारकर बैठे हैं अधिकारी रेउसा जेई ने 3केवी बिसवां वाले उच्चअधिकारियों को इस समस्या का जिम्मेदार बताया हैं में सिर्फ मलाई काट रहे हैं, और सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। गर्मी शुरू होते ही लोग बेहाल है और सरकार का लाखों रुपए का बजट मात्र छलावा साबित हो रहा है। जहां एक तरफ इस भीषण गर्मी में रमजान के पवित्र महीने में लोगों को बिजली की आवश्यकता है व किसानों को फसल सिंचाई के लिए जरूरत है पानी की जरूरत पड़ती है वही पर बिजली विभाग बड़ा ही उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं जनता में सरकार के खिलाफ रोष व्याप्त हो रहा है।लोगों को आस लगाकर बैठना पड़ता है की लाइट कब आएगी।वही इलाके के ग्रामीण अंचलों में बिजली कटौती से इस क़दर आक्रोश व्याप्त हो रहा है, कि कभी भी विक्राल रूप ले सकता है। उमस भरी भीषण गर्मी के बीच में बिजली के गुल हो जाने से पूरी पूरी रात लोग सो नहीं पा रहे हैं।अब ग्रामीण लोग यही नही जान पा रहे है,कि बिजली कब आएगी और कोई बताने वाला नहीं है।अफ़सरों के फोन उठते नहीं है। जिससे लोगों का गुस्सा लगातार बढ़ रहा है।इस मौके पर उपस्थित सभी उपभोक्तागण| ईरापुर सुतौली प्रधान नटनागर यादव, विश्वपाल सिंह पत्रकार, अभय प्रताप सिंह, धर्मेंद्र सिंह, मोनू सिंह, सुफियान खान, राजन अवस्थी पत्रकार, राम सिंह , आशुतोष मिश्रा,आदि भारी जन समूह उपस्थिति रहा|

5
14653 views