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बहनों ने अपने भाइयों से चाइना मांझा  का प्रयोग न करने के लिए अपील करते हुए प्रतिबंधित मांझा का बहिष्कार किया व

बहनों ने अपने भाइयों से चाइना मांझा  का प्रयोग न करने के लिए अपील करते हुए प्रतिबंधित मांझा का बहिष्कार किया

वाराणसी। 31 दिसम्बर भाई की कलाई पर रक्षा के धागे बांधकर भाई की रक्षा का संकल्प लेने वाली बहनों ने अपने भाइयों को चाइना के मंझे का इस्तेमाल ना करने के लिए जागरूक करने का संकल्प लिया और सामूहिक रूप से भाइयों से अपील की कि पतंग उड़ाने के शौक को जानलेवा ना बनाएं, क्योंकि चाइना निर्मित मंझे से कितनों का गला कट चुका है। और ना जाने कितने मौत के मुंह में जा चुके हैं। सामाजिक संस्था सुबह-ए-बनारस क्लब के बैनर तले संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल,लक्ष्मी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक समाजसेवी डॉ० अशोक कुमार राय, महासचिव राजन सोनी,एवं कालेज की प्रधानाचार्या डॉ० प्रियंका तिवारी के नेतृत्व में कालेज की छात्राओं ने हाथ मे पतंग व बैनर लेकर लोगों की जान पर बन आई कातिल चाइनीज मंझे का भइया मेरे याद रखना चाइनीज मंझे का बहिष्कार करना। चाइना भगाओ जान बचाओ। के नारों के साथ मैदागिन स्थित श्री हरिश्चंद्र बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज के परिसर में चाइनीज मांझा के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया।  उपरोक्त अवसर पर संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, समाजसेवी डॉ० अशोक कुमार राय, महासचिव राजन सोनी एवं कॉलेज की प्रधानाचार्या डा० प्रियंका तिवारी ने कहा कि चाइनीज मंझे से पतंग की ऊंची उड़ान के चक्कर में अब तक तमाम लोगों की जाने जा चुकी है। और तमाम लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। परंतु इसके बावजूद भी चायनीज मंझे से पतंग की ऊंची उड़ान भरने वालों ने सबक नहीं सीखा। चाइनीज मंझे से इंसान ही नहीं बल्कि पशु- पक्षी भी प्रभावित होते हैं। इसके बावजूद भी प्रतिबंधित चाइनीज मंझे बाजारों में धड़ल्ले से बेरोक-टोक बिकते हैं। प्रशासन चाइनीज मंझे की बिक्री पर यदि कड़ाई से रोक लगा दे, तो तमाम लोग काल के गाल में समाने से बच सकते हैं। पतंग का शौक कुछ बच्चों के लिए  पूरे साल  का रहता है,उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए चाइनीज मांझा से गाहे-बगाहे लोग घायल होते रहते हैं। महत्वपूर्ण बात तो यह है कि चाइनीज मंझे के लिए सिर्फ पुलिस और प्रशासन ही जिम्मेदार नहीं है। बल्कि हम और आप भी हैं। जो अपने परिवार के बच्चों को चाइनीज मंझा खरीदने से रोक नहीं पाते हैं। प्रतिबंधित चाइनीज मंझे का चोरी-छिपे कुछ दुकानदार बिक्री करते हैं। जो कानूनन अपराध है, ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन सख्त से सख्त कार्रवाई करें। ताकि तमाम लोगों की जिंदगी बचाई जा सके। यूं तो चाइनीज मंझा से मरने वाले एवं घायलों की संख्या का तादाद काफी संख्या में हो चुकी है। मगर ताजा उदाहरण के रूप में दिसंबर महीने में लगातार पांच दिन से मीडिया के माध्यम से घायलों की संख्या लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है 
 अंत में पतंग उड़ाने वाले सभी बच्चों और भाइयों से अपील किया गया कि वह चाइनीज मंझे का इस्तेमाल ना करके देसी मंझे का इस्तेमाल करें। ताकि लोगों की जान बचाया जा सके।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से :-अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, डा० अशोक कुमार राय, प्रधानाचार्या डा० प्रियंका तिवारी, उपाध्यक्ष अनिल केसरी,प्रदीप गुप्ता,डा० मनोज यादव, सहित सैकड़ों छात्राएं शामिल थी।

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